हाथी मेरे साथी, दीवार, शोले, डॉन, जंजीर, यादो की बारात, सीता और गीता ये फिल्मो मे आप सब ने देखी होगी | क्योकि ये उस समय की सुपर हिट फिल्म थी | अगर इन सब फिल्मो मे आप देखोगे की सामान बात क्या है, तो वो है, सलीम जावेद, जी हा दोस्तों ये सब सुपर हिट फिल्मो की कहानी लिखी है, सलीम – जावेद ने |
सलीम-जावेद ये दो ऐसे नाम है, जिन्होंने हिंदी सिनेमा को एक नई दिशा दी, जिन्होने बताया की फिल्मो की कहानी की क्या हमीयत होती है कहानी क्या होती है, स्क्रीन प्ले क्या होता है ओर कैसे अच्छी कहानी फिल्म को सुपर हिट बनती है | सलीम – जावेद ने अपनी कहानियो से हिंदी सिनेमा हिंदी सिनेमा मे इतिहास लिख दिया | सलीम -जावेद के लिखे सवाद (dialogue) आज भी याद की जाते है | आप शोले फिल्म ही देख लो, इसके सारे के सारे dialogue बड़े हिट हुए थे | और dialogue को समझो तो वो बड़े ही सरल है, कितने आदमी थे सरदार दो..
सलीम -जावेद की जोड़ी से जुड़े कई बाते किस्से शेयर करुगा पर अभी अलग होने की कहानी |
सलीम -जावेद की जोड़ी ने बहुत सारी कहानी पर साथ मे काम किया और आगे भी करते पर पता नहीं इस सुपर हिट जोड़ी को किस की नज़र लगी | ये जोड़ी साल १९८० मे टूट गई, ओर सलीम -जावेद अलग अलग हो गए | ये बात जो मे आप से शेयर कर रहा हु पता नहीं ये सच है की नहीं मेने भी ये कही पड़ा था, जावेद साहब ने सलीम साहब से एक दिन आकर कहा की मे फिल्मो मे गाने लिखना चाहता हूँ जावेद साहब शायर तो पहले से ही थे, लकिन सलीम साहब को गाने लिखने मे कोई दिलचसपी नहीं थी | शायद यही बात दोनों को अलग कर गये… लकिन आज भी दोनों अच्छे दोस्त है |
जब दोनों अलग हुए तो ये खबर आग की तरह फ़ैल गई | सलीम साहब बताते है की उस समय सब लोग आकर ये पूछते थे की आप दोनों मे लिखता कौन था, पर ये किसी ने नहीं पूछा की आप दोनों मे सोचता कौन था |
सलीम -जावेद के बारे मे ओर बात करने का मन कर रहा है, फ़िलहाल दीजिए इज़ाजत….
धन्यवाद जय हिन्द
आप को ये किस्सा केसा लगा आप निचे कमेटं बॉक्स मे लिख सकते हो….