लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, राहुल देव बर्मन और माउथ ऑर्गन की कहानी

साल 1963 मे पारसमणि से अपनी संगीतमय सफर की शुरुवात करने वाली जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल को भी नहीं पता होगा की वो उस समय बड़े-बड़े संगीतकारों की लिस्ट मे आ जाएगे ।

आज इन्ही दो संगीत नायको की बात “यादो का सिनेमायी सफर” मे करेंगे दो नहीं तीन सगींतकारो के बारे मे…. लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के लक्ष्मीकांत लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर और प्यारेलाल रामप्रसाद शर्मा और राहुल देव बर्मन ।

पारसमणि फिल्म के बाद साल 1965 मे आई राजश्री प्रॉडकशन की दोस्ती फिल्म इस फिल्म की कहानी एक अपाहिज रामू, ओर एक अन्धे लड़के की है जो बचपन मे अपनी आँखे खो देता है, रामू और मोहन मुंबई शहर की गलियों में गाकर कर अपना पेट भरते है, अगर आप ने ये फिल्म नहीं देखी तो जरूर देखियेगा फ़िलहाल मे आता हु अपनी बात पर…

लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने दोस्ती फिल्म के सारे गाने मोहम्मद रफ़ी साहब से गवाए, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की धुन ओर गीतकार मजरुह सुल्तानपुरी के लिखे गीत ने तो धूम मचा दी, इसके सारे गाने सुपरहिट हुई , मजरुह सुल्तानपुरी ने गाने पुरे कहानी की हिसाब से लिख, जैसे वो ये गाना “जाने वालों ज़रा मुड़ के देखो मुझे एक इंसान हूं तुम्हारी तरह…” या फिर ये गाना “राही मनवा दु:ख की चिन्ता ..” या फिर ये गाना “चाहूंगा मैं तुझे..” जिसके लिए मोहम्मद रफ़ी को फ़िल्मफ़ेयर का सर्वश्रेष्ठ गायक का पुरस्कार मिला, ओर केवल रफ़ी साहब को ही नहीं बल्कि लक्ष्मीकांत प्यारेलाल को फ़िल्मफ़ेयर , मजरुह सुल्तानपुरी को भी चाहूंगा मैं तुझे गीत के लिए फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार से नवाजा गया, ओर दोस्ती फिल्म बॉक्स ऑफ़िस में “सुपर हिट” हो गयी |

अब आप सोच रहे होंगे की इसमें संगीतकार राहुल देव बर्मन तो कहीं आये ही नहीं ? दोस्तों उनकी कहानी’दोस्ती फिल्म के संगीत से जुडी है…

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जब आप ये फिल्म या इसके गाने देखोगें, खास कर के ये ये गाना जाने वालों ज़रा मुड़ के देखो मुझे एक….इसमें जो माउथ ऑर्गन वो बजाई है संगीतकार राहुल देव बर्मन ने… ओर पूरी फिंल्म मे जहा-जहा माउथ ऑर्गन की आवाज सुनेगे वो राहुल देव बर्मन (पंचम) ने बजाई है जी हा दोस्तों पंचम माउथ ऑर्गन बहुत अच्छा बजाते है, ओर बहुत सी अपनी फिल्मो के संगीत ओर गानो मे माउथ ऑर्गन की आवाज सुनाई देगी |



दोस्तों आपको राहुल देव बर्मन ओर माउथ ऑर्गन की कहानी कैसे लगी कमेंट बॉक्स मे जरूर लिखना..

धन्यवाद जय हिन्द


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2 Comments on “लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, राहुल देव बर्मन और माउथ ऑर्गन की कहानी”

  1. R D Burman played the mouthorgan only for two songs. The background music mouthorgan is played by Mr. Milon Gupta who also played the Mouthorgan in Laxmikant-Pyarelal’s ‘Gandhi bula rahi hai’ from “DOST” 1974.

    Also read
    Laxmikant-Pyarelal music, preeminent part of film “DOSTI”
    https://bit.ly/2J6OpxC

    1. धन्यवाद अजय जी..हमारे साथ जानकारी सांझा करने के लीये…

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