यादो का सिनेमायी सफर मे आप का स्वागत है, आज फिर दो बड़े नाम के साथ आ गया हु, किशोर कुमार और सचिन देव बर्मन ये दो ऐसे नाम है, जिस पर मे सुबह से ले कर शाम तक बात करे तो भी बाते ख़त्म ना हो दोनों का रिश्ता ही ऐसा कुछ है, सचिन देव बर्मन की धून पर किशोर कुमार ने ऐसे गाने गाये जो उस टाइम पर भी हिट थे आज भी हिट है और आगे भी रहेंगे
आज बात करुगा की सचिन देव बर्मन और किशोर कुमार को किसने मिलाया और बर्मन दादा ने पहला गाना कोन सा किशोर कुमार से गवाया ….
अशोक कुमार जो की उस समय के सुपर हिट हीरो थे, जिनकी कई फिल्मो का म्यूजिक बर्मन दादा दे रहे थे , अशोक कुमार किशोर कुमार के बड़े भाई है और उन्ही के साथ बर्मन दादा और किशोर कुमार की मुलाकात हुई | किशोर कुमार अशोक कुमार के साथ एक दिन उनके घर गए और किशोर कुमार को मिलवाते हुए अशोक कुमार बोले की ये मेरा छोटा भाई है ओर गाता है, जब बर्मन दादा ने उसने (किशोर कुमार) से गाने सुनाने का बोला तो उन्होंने उन्ही का एक बंगाली गाना गाया वो गाना ये था
“धीरे से जाना बगियन मे ओ भवरे धीरे से जाना बगियन”
इस पर बर्मन दादा हसते हुई अशोक कुमार बोले अशोक तुम्हारा भाई तो बहुत अच्छा गाता है |
फिर क्या था एक दिन दादा ने बुला लिया गाने के लीये वो मूवी थी “आठ दिन” जो की (1946) मे आयी थी इसमें किशोर दा से पूरा गाना नहीं गवाया कुछ लाइन ही किशोर दा से गवायी वो लाइन कुछ ऐसी थी…
“अरे बाका सिपहिया बाका सिपहिया बाका सिपहिया घर जाएओ घर जाएओ…..
पहला पूरा गाना किशोर कुमार ने बर्मन दादा के लिए गाया फिल्म बहार मे जो साल (1951) मे आयी थी जिसके डायरेक्टर थे M. V. Raman और वो गाना था
क़ुसूर आप का, हुज़ूर आप का
मेरा नाम लीजिये ना मेरे बाप का……
इस गाने के गीतकार थे राजेंद्र कृष्ण एक ओर नाम आ गया इनके बारे मे भी आगे बात करुगा , फ़िलहाल दीजिए इज़ाजत…..
धन्यवाद जय हिन्द
आप को ये किस्सा केसा लगा आप निचे कमेटं बॉक्स मे लिख सकते हो….
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